Chlorpyriphos 50% + Cypermethrin 5% EC Uses in Hindi

आज के इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं Chlorpyriphos 50% + Cypermethrin 5% EC Uses in Hindi के बारे में  जिसमें हम आपको इसकी संपूर्ण जानकारी देंगे एवं एवं इस के रिजल्ट की बात करेंगे


  topic के महत्पूर्ण बिंदु   

  • Technical & formola (तकनीकी & सूत्र)
  • commercial name (व्यापारिक नाम)
  • Brand name (कंपनी का नाम) 
  • Technical group (तकनीकी समूह)
  • Crop spray (फसलों में स्प्रे)
  • Technical action (तकनीकी कार्य)
  • Insect control (कीटो की रोकथाम)
  • Recomended doze (डोज की सही मात्रा)
  • rusult time (परिणाम का समय)
  • rusult in rain (स्प्रे धुलने पर असर)
  • Combination spray (मिलाकर स्प्रे)
  • Price (कीमत)
  • Profit (फायदे)
  • Loss (नुस्कान)
  • Caution (सावधानी)

1. Technical & formola (तकनीकी & सूत्र):-

Chlorpyriphos 50% + Cypermethrin 5% EC 

इसमें तो टेक्निकल फार्मूला होते हैं जो कि अलग-अलग काम करते हैं और यह फसल के सभी तरह के कीटो को कंट्रोल कर लेते हैं और इसमें 2 टेक्निकल का कॉमिनेशन होने के कारण या बहुत ही असरदार हो जाते हैं तो चलिए जानते हैं दोनों टेक्निकल के बारे में

  • Chlorpyriphos 50%  – Non-systemic with contact, stomach & respiratory action. It Belongs Organophosphate Insecticide group.
  • Cypermethrin 5% EC – Non-systemic, Contact & Stomach. Synthetic कार्य करता है एवं यह है pyrethroid group ग्रुप का सदस्य है

2. commercial name (व्यापारिक नाम):-

कंपनी इसे  मार्केट में

  • Iffco कंपनी इसे yujo के नाम से मार्केट में बेचती हैं

 

  • Nagarjuna कंपनी इसे cannon insecticide के नाम से मार्केट में बेचती हैं ,

 

  • Adama कंपनी इसे premain super  के नाम से मार्केट में बेचती है 

2. Brand name (कंपनी का नाम):-

कंपनी का नाम-

  1. Iffco
  2. Nagarjuna
  3. Adama

3. Technical group (तकनीकी समूह):-

यह दो टेक्निकल का कॉमिनेशन है इसलिए इसमें दोनों टेक्निकल के ग्रुप समूह अलग-अलग है एवं अलग-अलग कार्य करते हैं जिसका कॉमिनेशन मिक्चर होने के कारण यह बहुत ही प्रभावी हो जाते हैं तो चलिए जानते हैं इनके ग्रुप समूह के बारे में

  • Chlorpyriphos 50% – यह कीटनाशक Organophosphate Insecticide group ग्रुप का एक सदस्य जो की बहुत ही असरदार रिजल्ट देता है

 

  • Cypermethrin 5% – यह कीटनाशक pyrethroid group ग्रुप के एक सदस्य हैं जो की बहुत ही असरदार रिजल्ट के लिए जाना जाता है

 

4. fipronil spray (फसलों में स्प्रे):-

Chlorpyriphos 50% + Cypermethrin 5% EC Uses in Hindi  का स्प्रे :- 

  • अरहर की फसल 
  • धान की फसल
  • चना की फसल
  • सोयाबीन की फसल
  • हरी सब्जियां

इत्यादि फसलों पर इसका स्प्रे कर सकते हैं। स्प्रे करते समय सावधानी रखें एवं फूल अवस्था पर स्प्रे ना करें और शाम के समय ही इसका स्प्रे करें जिससे कि मित्र कीटों को कोई भी हानि ना हो।


5. Technical action (तकनीकी कार्य)-

  • Systematic Action :- यह systematic insecticide होने के कारण फसल में  स्प्रे होने के तुरंत बाद ही यह पत्तों के द्वारा सोख ली जाती है। और पौधे के अंदर जाकर पौधे की अन्तर प्रबाहि क्रिया द्वारा कार्य करती है। और पौधे में जिस जगह कीट होते हैं उनको कंट्रोल कर लेती है जिससे कि यह बहुत ही सटीक रिजल्ट देती है।

 

  • Contact action – यह फसलों के संपर्क में आते ही कार्य करता है एवं कीटों को नष्ट कर देता है यह कीटों को एक तरह से कहा जाए तो कीटों की त्वचा में चिपकने के बाद जलन पैदा करता है जिसके कारण की नष्ट हो जाते हैं

 

  • stomach action – या कीटनाशक कीटों के संपर्क में आते ही उन्हें विकलांग कर देता है एवं कीटों के नाक कान को खराब कर देता है जिसके कारण कीट नष्ट हो जाते हैं

 

  • respiratory action –यह कीटों की श्वसन प्रणाली को बंद कर देते हैं जिसके कारण कीट सांस नहीं ले पाते एवं बहुत ही जल्द नष्ट हो जाते हैं

 

  • Synthetic action–यह बहुत सारी चीजों के अंदर आसानी से प्रवेश करके कीटों के एक बड़े समुदाय विशेष को एक साथ कंट्रोल करता है और यह फसल को कीटों से बहुत शीघ्र सुरक्षित कर देता है

6.  Insect control (कीटो की रोकथाम):-

Chlorpyriphos 50% + Cypermethrin 5% EC इन कीटों को कंट्रोल करती है जैसे कि –

  • Thrips,
  • sucking pest
  • Green Cutter Pillar insect 
  • Brown Cutter Pillar insect 
  • Bug insect 
  • jasid insect 
  • Plant Hopper insect 

इत्यादि कीटों को यह कंट्रोल कर लेती है। 


7. Recomended doze (डोज की सही मात्रा):-

तो चलिए जानते हैं  Chlorpyriphos 50% + Cypermethrin 5% EC  का डोज कितना है।

 प्रति पंप के लिए स्प्रे :- 400 ml/ acre. में Silicone chipko मिलाकर शाम के समय स्प्रे करें।


8. rusult time (परिणाम का समय):-

इसका रिजल्ट 2 3 दिन में दिखने लगता है और 20 से 24 दिनों तक इसका असर बना रहता है। जिसके कारण की फसल में अच्छा उत्पादन मिलता है और साथ ही साथ फसल को कोई भी कीट प्रभावित नहीं कर पाते है।


9. rusult in rain (स्प्रे धुलने पर असर):-

वर्षा होने के 3 4 घंटे पहले स्प्रे होने पर असर रहता है और अच्छा रिजल्ट रहता है


10. Combination spray (मिलाकर स्प्रे):-

आप इसके साथ किसी भी contact insecticide , Contact Fungicide को को घोलकर स्प्रे कर सकते हैं। साथ ही साथ किसी भी plant growth regulator का घोल तैयार करके इसके साथ स्प्रे कर सकते हैं। लेकिन इसके साथ emulsifiable concentrate (EC formulations) बाली pesticide को इसके साथ नहीं घोलना चाहिए।


11. Price (कीमत):-

Chlorpyriphos 50% + Cypermethrin 5% EC की कीमत कंपनियों द्वारा बेचे जा रहे कंपनियों के प्रोडक्ट की मात्रा एवं ब्रांड पर  निर्भर करती है जैसे कि कंपनियां और उनके प्रोडक्ट इस प्रकार है

  • Iffco कंपनी इसे yujo के नाम से मार्केट में बेचती हैं और इसकी 1 लीटर की कीमत ₹480 के आसपास है
  • Nagarjuna कंपनी इसे cannon insecticide के नाम से मार्केट में बेचती हैं और इसके 1 लीटर की कीमत ₹750 के आसपास है
  • Adama कंपनी इसे premain super  के नाम से मार्केट में बेचती है और इसकी 1 लीटर की कीमत ₹1050 के आसपास है


12. Profit (फायदे):-

  1. यह बहुत सारे कीटो को कंट्रोल करता है
  2. इसका असर लंबे समय तक बना रहता है
  3. यह सभी कीटो को एक साथ कंट्रोल करता है

13. Loss (नुस्कान):-

  • यह  insecticide है जिसके कारण फूल ड्राप होते है
  • इसका स्प्रे cutterpillar को कण्ट्रोल के लिए किया जाता है
  • यह महंगी पेस्टिसाइड है।

Caution (सावधानी):-

  • इसे खाद्य सामग्री एबं बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
  • इसे ठन्डे बाताबरण में स्टोर करे
  • खली डब्बे को नस्ट कर दे
  • सावधानी पूर्ण रूप से स्प्रे करे
  • मास्क और दस्ताने पहनने के बाद ही इसका स्प्रे करें।

  Disclaimer  

  • किसान भाई किसी विशेष विशेषज्ञ की सलाह लेने के उपरान्त ही  स्प्रे करें।
  • Chlorpyriphos 50% + Cypermethrin 5% EC की  जानकारी सिर्फ एजुकेशन परपस से दी हैं।
  • हम इस पेस्टिसाइड या इस कंपनी की किसी भी बात का दावा नहीं करते।
  • इसका नकारात्मक प्रभाव मानव स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के जीवो को पड़ता है इसलिए इसका उपयोग ना करना ही अच्छा रहता है।

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