Tomato farming

आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे की उन्नत Tamato farming in hindi  एडवांस रूप से कैसे कर सकते है जिसकी जानकारी हम आपको स्टेप by स्टेप पूरी जानकारी देंगे

  • उचित समय:
  • उचित तापमान :-
  • उन्नत मिट्टी एवं Ph value:
  • मिट्टी की जांच :
  • खेत तैयार:
  • बेसल डोज:
  • बेड distance:
  • उन्नतशील वैरायटी:
  • बुवाई का समय:
  • बीज की दर प्रति एकड़:
  • बीज उपचार:
  • नर्सरी तैयार:
  • बेड निर्माण:
  • बेड डिस्टेंस:
  • ड्रिप पाइप:
  • मल्चिंग पेपर:
  • पौध रोपाई:
  • Plant distance:
  • सिंचाई sisytem:
  • टमाटर की बधाई:
  • खरपतवार नियंत्रण:
  • खाद के डोज (रोपाई के बाद):
  • खाद के डोज ( अनुसार अनुसार ):
  • स्प्रे के डोज:

उन्नत समय:-

मटर की फसल के लिए अनुकूल समय –

  1. गर्मी के लिए अनुकूल समय गर्मी के लिए अनुकूल समय :-  सितंबर – अक्टूबर
  2. वर्षा ऋतु के लिए अनुकूल समय :- अप्रैल-मई

उचित तापमान :-

18°c से 35°C तक

उन्नत मिट्टी एवं Ph value:-

उर्वरक छमता वाली उपजाऊ मिट्टी जैसे की :-  काली दोमट मिट्टी, पीली मिट्टी, लाल मिट्टी, मैं टमाटर की खेती कर सकते हैं जहां पानी ठहरता ना हो

Ph value :- 5pH से 7pH

मिट्टी की जांच :-

Tamato farming करने के लिए मिट्टी की जांच कराना आवश्यक होता है क्योंकि स्प्रे के डोज एवं खाद के डोज मिट्टी में पोषक तत्वों के आधार पर दिए जाते हैं

खेत तैयार:-

टमाटर की खेती करने से पहले खेत मैं गहरी पिलाऊ से जुताई करा लें उसके 15 दिन बाद तक धूप दिखाय जिससे कि मोथा घास जड़ से सूख जाए फिर कल्टीवेटर चलवाये और गोबर की खाद को बिखेर दे

बेसल डोज:-

  • DAP खाद = 50KG
  • SSP (सिंगल सुपर फास्फेट) खाद = 3 बोरी (150KG)
  • पोटाश खाद = 20KG
  • गोबर की खाद = 3 ट्राली

इन सभी को मिलाकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें और रोटावेटर से खेत समतल करवाये

बेड distance:-

  1. टमाटर की खेती  बेड विधि करें
  2. बेड से बेड की दूरी = 1.5 फीट से 2 फीट तक रखें
  3. चौड़ाई बेड की = 1  फिट रखें
  4. बेड की ऊंचाई = 1 फिट रखें

उन्नतशील वैरायटी:-

  • seminis  का abhilash
  • us agriseeds 1508
  • syngenta hybird to –  6242
  • seminis  की abhishek

बुवाई का समय:-

नर्सरी की बुवाई इस समय पर करें

  • गर्मी के लिए नर्सरी की बुवाई= सितंबर – अक्टूबर
  • बरसात के लिए नर्सरी की बुवाई = अप्रैल-मई

बीज की दर प्रति एकड़:-

1 एकड़ की पौध रोपाई के लिए 70 से 80 ग्राम बीज की नर्सरी तैयार करें

बीज उपचार:-

नर्सरी में जड़ संबंधी फंगस ना आये उसके लिये बीज उपचार करना आवश्यक होता है 10gm बीज 5gm saaf fungicide (carbendzim 12 % + mancozeb 63 %) से बीज उपचार करें

नर्सरी तैयार:-

  • 1 एकड़ की पौध रोपाई के लिये नर्सरी तैयार करने के लिये आयताकार 700 स्क्वायर फीट की जगह पर नर्सर तैयार करें सर्वप्रथम ट्रैक्टर  से गहरी जुताई कराये
  • उसके बाद 5 दिन की कम से कम धूप दिखाये
  • उसके बाद दूसरी जुताई कराये
  • और फिर 1 ट्राली गोबर की खाद का छिड़काव नर्सरी वाली जगह में करें
  • बेसल डोज = DAP खाद = 10KG , SSP (सिंगल सुपर फास्फेट) खाद =  (2KG) , पोटाश खाद = 5 – 7KG , ट्राइकोडर्मा जैव बेक्टेरिया = 500gm
  • खाद का छिड़काव करें उसके बाद रोटावेटर से जमीन बराबर करें।
  • उसके बाद आयताकार 100 स्क्वायर फीट की सात क्यारी बनाये।
  • प्रत्येक क्यारी में 10 ग्राम बीज की बुवाई करें।
  • बुवाई करने के बाद बीज के ऊपर 1 इंच ऊंची गोबर की खाद का छिड़काव कर परत चढ़ा देवे।
  • कम कम रोज नमी बनाने के लिए सिचाई करे
  • नर्सरी को धूप से बचाने के लिए ग्रीन नेट खींचे

बेड निर्माण:-

टमाटर की खेती ट्रक्टर से bad maker से बेड बनाकर ड्रिप इरिगेशन पद्धति से करें

बेड़ डिस्टेंस  :

  • बेड से बेड की दूरी =1.5 – 2 फ़ीट
  • चौड़ाई = 1 फीट
  • बेड की ऊंचाई = 1 फीट

ड्रिप पाइप:

टमाटर की फसल के लीये 16mm  1 फ़ीट hole बाला ड्रिप पाइप लगाये

मल्चिंग पेपर:-

टमाटर की फसल के लिए मल्चिंग पेपर की साइज 25 micron का मलचिंग पेपर लगाना चाहिए जिसकी काली परत नीचे एवं सफेद परती ऊपर करके लगाना चाहिए और मल्चिंग पेपर के किनारों को मिट्टी से दबा देना चाहिए

पौध रोपाई:-

टमाटर की पौध रोपाई करने से पहले टमाटर के बेड में पानी चला लेना चाहिए जिससे अच्छी तरह से नमी बन जाए एवं पौधे की नर्सरी में ट्राइकोडरमा जैव बैक्टेरिया की ड्रिंचिग करने के बाद एक एक पौधे की रोपाई करनी चाहिए

Plant distance:-

  • सिंगल लाइन में पोधे की रोपाई = पौधे से पौधे की दूरी 1-1.5 फीट रखें
  • डबल लाइन में पौध रोपाई = लाइन से लाइन की दूरी 2 फीट रखें

सिंचाई sisytem:-

पौध रोपाई होने के तुरंत बाद से तीन-चार दिन के अंतराल पर हल्की हल्की सिंचाई करें

टमाटर की बधाई:-

टमाटर की फसल में पौध रोपाई की 15 दिन बाद से टमाटर बधाई की जाती है

1 . टमाटर की पहली बधाई:-(15 दिन बाद)

  • टमाटर के बेड पर मजबूत 10 -10 फीट की दूरी पर डबल लाइन में बांस गढ़ाए
  • बेड के प्रारंभ एवं अंत में बांस के स्टे मिट्टी में गढ़ाए एवं विपरीत दिशा में कैची टाइप बांस बांधे
  • बेड के 2 फीट ऊपर मजबूत पीवीसी रस्सी या तार खेचे
  • नारियल की मुलायम पतली   रस्सी के 1.5 के टुकड़े कर पौधे को रस्सी से बांधे
  • प्रत्येक पौधे को खींच कर विपरीत लाइन की रस्सी से रस्सी से बांधे

2 . टमाटर की दूसरी बंधाई:- (30 से 35 दिन बाद)

  • पहली रस्सी के 2 फीट ऊपर से रस्सी खींचे
  • नारियल की सुतली रस्सी से मजबूत बधाई करें
  • टमाटर की सीधी बधाई करें

2. टमाटर की तीसरी बधाई:- (50 से 55 दिन बाद)

  • दूसरी रस्सी के 2 फिट ऊपर रस्सी खींचे
  • नारियल की सुथली रस्सी से टमाटर की शाखाओं की मजबूत बधाई करें

खरपतवार नियंत्रण:-

टमाटर की फसल में यदि खरपतवार अधिक होता है तो मजदूरों की सहायता से खरपतवार की सफाई कराएं या फिर का 30ml प्रति 16 लीटर वाली पंप में सिर्फ घास पर सावधानीपूर्वक स्प्रे करे

खाद के डोज (रोपाई के बाद):-

1 . खाद का पहला डोज़  ( पौध रोपाई से 4 – 5 वे दिन ):-

  • npk 19 : 19 : 19 दानेदार खाद  = 2 kg  +
  • humic acide खाद  =  2 kg +
  • npk 17 : 44 : 0  दानेदार खाद  = 2 kg  +

( इन सभी खादों को मिलाकर ड्रिप से दे )

2 . खाद का दूसरा डोज़  ( पौध रोपाई से 10  – 12 वे दिन ):-

  • npk 20 : 20 : 20 दानेदार खाद  = 2 kg  +
  • micronutrients खाद  = 5 kg +
  • npk  13 : 0 : 45  दानेदार खाद  = 3 kg  +

( इन सभी खादों को मिलाकर ड्रिप से दे )

3 . खाद का तीसरा डोज़  ( पौध रोपाई से 15  – 16 वे दिन ):-

  • npk 23 : 23 : 23 दानेदार खाद  = 2 kg  +
  • npk  12 : 61 : 0  दानेदार खाद  = 3 kg
  • micronutrients खाद  = 4  – 5 kg +

( इन सभी खादों को मिलाकर ड्रिप से  दे )

खाद के डोज ( अवस्था अनुसार ):

1 . वनस्पति अवस्था में खाद का डोज़ :-

  • npk 19 : 19 : 19 दानेदार खाद  = 2 kg  +
  • npk  12 : 61 : 0  दानेदार खाद  = 3 kg  या npk 17 : 44 : 0  दानेदार खाद  = 3kg  +
  • micronutrients खाद  = 5 kg +

( इन सभी खादों को मिलाकर ड्रिप से 5 – 5 दिन के अंतराल पर दे )

2 . फूल अवस्था में खाद का डोज़ :-

  • npk 23 : 23 : 23 दानेदार खाद  = 3 kg  +
  • npk  13 : 40  : 13  दानेदार खाद  = 3 kg  या npk 0  : 52 : 34  दानेदार खाद  = 3kg  +
  • micronutrients खाद  = 5 kg +
  • humic acide खाद  =  3 kg +

( इन सभी खादों को मिलाकर ड्रिप से 7 – 8 दिन के अंतराल पर दे )

3 . फल अवस्था में खाद का डोज़ :-

  • npk 19 : 19 : 19 दानेदार खाद  = 2 kg  +
  • npk  0  : 52 : 34 दानेदार खाद  = 3 kg  या npk 0  : 0 : 50   दानेदार खाद  = 3kg  +
  • Potassium sulfate खाद  = 5 kg +

( इन सभी खादों को मिलाकर ड्रिप से 6 -8 दिन के अंतराल पर दे )

आवश्यक स्प्रे डोज:-

1 . plant growth न करने पर :- 

Biovita Liquid Seaweed Plant Growth Regulator  25ml प्रति 16 लीटर बाले पंप में silicon chipko मिलाकर स्प्रे करे

2 . plant में फूल न आने पर :- 

Godrej Double Plant Growth Regulator  25 ml प्रति 16 लीटर बाले पंप में silicon chipko मिलाकर स्प्रे करे

3. plant के फूल झड़ने पर :- 

GHARDA CHAMATKAR Plant Growth Regulator  30 ml प्रति 16 लीटर बाले पंप में silicon chipko मिलाकर स्प्रे करे

4 . plant के फूल झड़ने पर :- 

GHARDA CHAMATKAR Plant Growth Regulator  30 ml प्रति 16 लीटर बाले पंप में silicon chipko मिलाकर स्प्रे करे

5 . फल का size बढ़ाने के लिये  :- 

Boron powder  500gm  प्रति एकड़  स्प्रे करे

5 . late blight आने पर :- 

amistar top fungicide   20 ml प्रति 16 लीटर बाले पंप में silicon chipko मिलाकर स्प्रे करे

6 . Early blight आने पर :- 

saaf fungicide (carbendzim 12 % + mancozeb 63 %)  40gm  प्रति 16 लीटर बाले पंप में silicon chipko मिलाकर स्प्रे करे

7. frout rot आने पर :- 

धानुका की konika  40gm  प्रति 16 लीटर बाले पंप में silicon chipko मिलाकर स्प्रे करे

8. powdery mildew fungus आने पर :- 

Bayer की folicur (tebuconazole 25.9% EC)   20ml   प्रति 16 लीटर बाले पंप में silicon chipko मिलाकर स्प्रे करे

9. वेक्टेरिया बिल्ट  fungus आने पर :- 

roko fungicide 500gm प्रति एकड़  स्प्रे करे

10. फल छेदक कीट आने पर :- 

dow की delegate insecticide  15ml   प्रति 16 लीटर बाले पंप में silicon chipko मिलाकर स्प्रे करे

सावधानी:-

  • अपने क्षेत्र एवं वातावरण के आधार पर veraity का चयन करें
  • मिट्टी की जांच आवश्यक करें ले
  • यदि संभव हो तो ऑर्गेनिक तरह से टमाटर के खेती करें क्योंकि रसायनिक खाद एवं पेस्टिसाइड पर्यावरण के लिए एवं मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं
  • टमाटर में अच्छा उत्पादन लेने के लिए फसल में प्रारंभ से लेकर अंत तक समस्त तत्वों का गहन अध्ययन करें
  • पेस्टीसाइड एवं खाद को सावधानी पूर्वक उपयोग करें एवं रखरखाव करें

disclaimer:-

  • वैरायटी और पेस्टिसाइड का उपयोग करने से पहले किसी भी एग्रीकल्चर विशेषज्ञ की सलाह अवश्य ले लेवे
  • रासायनिक खेती करने से बचें
  • हम किसी भी खाद या वैरायटी का उपयोग करने की सलाह बिल्कुल भी नहीं देते
  • यह जानकारी सिर्फ एजुकेशन के लिए है ना कि एक प्रमोशन जानकारी है
  • हम किसी भी product की जिम्मेदारी नहीं लेते
  • टमाटर की खेती करते समय अपने बुद्धि एवं विवेक का उपयोग जरूर करें

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